अब रोबोट देंगे बच्चों को जन्म, जल्द आ रही है यह अनोखी तकनीक

वर्तमान समय में एक सबसे बड़ी समस्या युवाओं के बीच देखने को मिल रही है। कुछ युवा ऐसे हैं कि वे बच्चे नहीं करना चाहते और फिर आगे जाकर जब वह संतान सुख को पाना चाहते हैं तो उसमें कई अड़चनों का सामना करते हैं।

Aug 21, 2025 - 15:48
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अब रोबोट देंगे बच्चों को जन्म, जल्द आ रही है यह अनोखी तकनीक
Now robots will give birth to children, this unique technology is coming soon

वर्तमान समय में एक सबसे बड़ी समस्या युवाओं के बीच देखने को मिल रही है। कुछ युवा ऐसे हैं कि वे बच्चे नहीं करना चाहते और फिर आगे जाकर जब वह संतान सुख को पाना चाहते हैं तो उसमें कई अड़चनों का सामना करते हैं। ऐसे में बच्चे न होना इन दिनों सबसे बड़ी समस्या बन गई है, लेकिन इसका हल भी विज्ञान ने तलाश लिया है। अब बच्चे पैदा करने के लिए मां की कोख की जरूरत नहीं पड़ेगी, बल्कि बच्चे भी कृत्रिम तरीके से जन्म ले सकेंगे। या यूं कहे कि आने वाले समय में रोबोट बच्चे को जन्म देंगे। 

चीन में हो रही है तैयारी

चीन इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है। बीजिंग में हुई वर्ल्ड रोबोट कॉन्फ्रेंस 2025 में Kaiwa Technology के संस्थापक डॉ. झांग किफेंग ने बताया कि उनकी कंपनी एक ऐसा ह्यूमनॉइड रोबोट तैयार कर रही है, जिसमें आर्टिफिशियल वॉम्ब (कृत्रिम गर्भाशय) होगा।

2026 में लॉन्च होगा प्रेग्नेंसी रोबोट

डॉ. झांग के अनुसार, यह रोबोट साल 2026 में पहली बार बाजार में आएगा। इसकी कीमत करीब 100,000 युआन (लगभग 12 लाख रुपये या 13,900 डॉलर) होगी।

आर्टिफिशियल गर्भाशय करेगा असली कोख जैसा काम

इस ह्यूमनॉइड रोबोट में एक ऐसा सिस्टम होगा, जो असली कोख की तरह काम करेगा। इसमें एमनियोटिक फ्लूइड और जरूरी पोषक तत्वों की सप्लाई की विशेष व्यवस्था होगी, जिससे भ्रूण पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से विकसित हो सकेगा।

सरोगेसी से सस्ती और आसान तकनीक

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह तरीका सरोगेसी की तुलना में कहीं सस्ता होगा। सरोगेसी में न सिर्फ खर्च ज्यादा आता है, बल्कि इसमें कानूनी और नैतिक जटिलताएं भी होती हैं। ऐसे में यह तकनीक उन दंपतियों के लिए एक बड़ी उम्मीद बन सकती है, जो प्राकृतिक रूप से संतान नहीं प्राप्त कर सकते।

किनके लिए है यह तकनीक फायदेमंद?

यह तकनीक खासतौर से उन महिलाओं के लिए फायदेमंद होगी जो गर्भधारण नहीं कर सकतीं। साथ ही यह बांझपन (infertility) जैसी समस्याओं का समाधान बन सकती है और कई प्रजनन संबंधी जटिलताओं का इलाज भी पेश कर सकती है।