जबलपुर: सूर्या हॉफ मैराथन आयोजन में 54 लाख की धोखाधड़ी, इवेंट कंपनी संचालक पर FIR
मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट सेंटर(GRC) द्वारा पिछले साल सूर्या हाॅफ मैराथन का आयोजन किया था। जिसमें अब एक बड़े फर्जीवाड़े की खबर सामने आ रही है।

मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट सेंटर(GRC) द्वारा पिछले साल सूर्या हाॅफ मैराथन का आयोजन किया था। जिसमें अब एक बड़े फर्जीवाड़े की खबर सामने आ रही है। जीआरसी के साथ हुई धोखाधड़ी पर मामले दर्ज कराया गया है। सिनेक्राफ्ट कंपनी के साथ संयुक्त रूप से इस बड़े आयोजन को किया गया था। अब इवेंट कंपनी सिने क्राफ्ट एंटरमेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड पर आरोप है कि उसने आयोजन से जुड़े करीब 54 लाख रुपए की राशि जीआरसी को नहीं दी। ये पैसे जीआरसी के खाते में जमा कराने थे, जिसे इवेंट कंपनी ने नहीं दिए। इस मामले को लेकर जबलपुर के गोरखपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सूर्या हाॅफ मैराथन का आयोजन 17 नवंबर 2024 को किया गया था। इस कार्यक्रम के आयोजन की जिम्मेदारी जीआरसी जबलपुर कौ सौंपी गई थी। जीआरसी ने सिने क्राफ्ट एंटरटेनमेंट के संचालक राहुल मिश्रा के साथ MOU साइन कर आयोजन की संपूर्ण जिम्मेदारी अपने हाथों में ली। राहुल मिश्रा ने इस डील को लेकर स्वयं को एक अनुभवी इवेंट प्लानर बताया था। कंपनी ने कई बड़े आयोजनों को सफलतापूर्वक कराने के दावे पेश किए थे। जिसके बाद जीआरसी ने इस इवेंट की जिम्मेदारी उनकी कंपनी को दे दी थी।
रजिस्ट्रेशन फीस का घपला
सिने क्राफ्ट ने मैराथन आयोजन के लिए इंडिया रनिंग के साथ साझेदारी की और प्रतिभागियों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 53,55,369 रुपए की राशि जुटाई। यह राशि जीआरसी के साथ हुए अनुबंध के अनुसार जीआरसी के खाते में आनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह राशि इवेंट कंपनी की ही पार्टनर कंपनी के खाते में जमा कराया गया। जिसे इवेंट के बाद भी जीआरसी के खाते में ट्रांसफर नहीं किया गया।
FIR और संचालक फरार
राशि के ट्रांसफर को लेकर कई बार अनुरोध किए गए, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। इसके बाद GRC अधिकारियों ने गोरखपुर थाने में FIR दर्ज कराई। थाना प्रभारी नितिन कमल ने बताया कि आरोपी राहुल मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी
जांच में सामने आया कि राहुल मिश्रा इससे पहले भी घाट फेस्टिवल के नाम पर धोखाधड़ी कर चुका है और उस मामले में जेल भी जा चुका है। FIR दर्ज होने के बाद से वह फरार है।
पुलिस अब मामले की विस्तृत जांच कर रही है और फरार आरोपी की तलाश जारी है।